ear problems and solutions in hindi: हम सभी कान का मैल रुई से निकालते हैं और निकालते ही फैंक देते हैं। कभी कान के मैल पर किसी ने गौर किया है? पता नहीं हर कोई कान के मैल से इतना चिढ़ता क्यों है। आपको पता भी है कि आपके कान का मैल आपके स्वास्थ्य के बारे में कितना कुछ बताता है। कान के मैल को वैज्ञानिक भाषा में सेरूमेन भी कहा जाता है। कर्णमल कान के डेड स्किन सेल्स से बनता है और यह आपके स्वास्थ्य को भी दर्शाता है। तो जानना नहीं चाहेंगे कि क्या कहता है आपका कर्णमल आपके स्वास्थ्य के बारे में?
यदि कर्णमल हरे या पीले रंग का हो तो :
साधारणतः कर्णमल का रंग हल्का नारंगी या गहरा भूरा होता है। लेकिन यदि आपका कर्णमल सफ़ेद, पीले, हरे या काले रंग का हो तो यह संकेत है कि आप किसी इन्फेक्शन का शिकार हैं। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
गीला कर्णमल संक्रमण का संकेत है :
यदि आपका कर्णमल काफी समय से बहने की स्थिति में हो, तो हो सकता है कि आप किसी संक्रमण का शिकार हैं।
सूखा या चिपचिपा कर्णमल :
यदि आपका कर्णमल सूखा या चिपचिपा है तो आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है। 'नेचर जेनेटिक' की शोध के अनुसार एशिया में ज़्यादातर लोगों का सामान्य कर्णमल सूखा होता है। अफ्रीका और यूरोप में लोगों का कर्णमल चिपचिपा पाया जाता है। यह बदलाव जेनेटिक है।
यदि कर्णमल गंध फैलाता है तो :
हाँ कर्णमल से थोड़ी बहुत गंध तो आती है। लेकिन यदि गंध असमान्य हो तो समय व्यर्थ करे बगैर किसी डॉक्टर की सलाह लें। आपके कान में संक्रमण भी हो सकता है।
परतदार कर्णमल :
यदि आपको आपका कर्णमल परतों में महसूस होता है तो यह बुढ़ापे का संकेत है। ऐसी स्थिति में चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है बस उम्र के हिसाब से अपना चेकउप कराते रहें।
कान में होती है खुजली :
कान में खुजली किसी और अंग की खुजली की तरह ही आम है लेकिन यदि खुजली काफी समय से हो रही हो तो एक बार डॉक्टर को दिखाने की जरुरत है।
साफ करने के बाद भी होता हो महसूस :
यदि कर्णमल साफ करने के बाद भी कान के अंदर महसूस होता है तो किसी दूसरे व्यक्ति से अपने कान को साफ करवाएं।
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